हिमाचल प्रदेशः फोन कॉल, ससुरालियों का टॉर्चर….एक बेटा पहले ही खो दिया था, दूसरा भी चला गया…लापता मनीष की तलाश खत्म
kullu-man-manish-sharma-missing-from-10-days-found-dead-family-allege-wife-for-torture
कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के ढालपुर में भाषा एवं संस्कृति विभाग में कार्यरत मनीष शर्मा की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई है। 1 अक्टूबर से लापता मनीष का शव लगघाटी के भूमतीर में मिला। मनीष के परिवार ने एक दिन पहले ही एसपी कुल्लू से मुलाकात कर बेटे की तलाश की अपील की थी, लेकिन अब उनकी मौत की खबर सामने आई है।
गुरुवार को मनीष के परिजनों ने एसपी कुल्लू से मनीष शर्मा के फोन रिकॉर्ड और अन्य पहलुओं की गहन जांच की मांग की थी। हालांकि, अब उनकी तलाश का दुखद अंत हो गया है। परिजनों ने मनीष की पत्नी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मनीष की मां ने पहले ही अपने बड़े बेटे को खो दिया था और अब छोटे बेटे का भी निधन हो गया है।
मनीष शर्मा, जो भाषा एवं संस्कृति विभाग में काम करते थे, 1 अक्टूबर को अपने कार्यालय से लापता हो गए थे। सूचना मिली थी कि मनीष को आखिरी बार कुल्लू की लगघाटी की पहाड़ियों में देखा गया था। लगातार 10 दिनों से परिजन और अन्य लोग उनकी तलाश कर रहे थे।
गुरुवार को एसपी कार्यालय में मनीष के पिता गायत्री दत्त शर्मा और परिजनों ने बताया कि 10 दिनों से मनीष का कोई पता नहीं चल रहा है और वे भी लगातार उसे ढूंढ रहे हैं। कुल्लू पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज कर ली है। मनीष का घर औट में है, जो कुल्लू और मंडी की सीमा पर स्थित है। कहा जा रहा है कि 1 अक्टूबर को मनीष को कार्यालय में ड्यूटी के दौरान एक फोन आया था, जिसके बाद वह चला गया और फिर लौटकर नहीं आया।
परिजनों ने मनीष की पत्नी और ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मनीष की मां ललिता ने आरोप लगाया कि ससुराल वाले मनीष को प्रताड़ित करते थे और उसे घर आने नहीं देते थे। मनीष अपनी पत्नी के साथ क्वार्टर में रहता था। 27 सितंबर को मनीष आखिरी बार घर आया था, लेकिन ज्यादा बात नहीं की थी। मनीष के भाई गोपाल का कहना है कि मनीष किसी प्रकार के अवसाद में नहीं था, लेकिन उसके ससुराल वाले उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। मनीष पिछले छह महीने से अपने माता-पिता से नहीं मिला था।
अब मनीष का शव पेड़ से लटका हुआ मिला है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।