दिल शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। आजकल अस्वस्थ खान-पान की वजह से बहुत सारे लोगों को कम उम्र में ही दिल की बीमारियां हो रही हैं। दिल की बीमारियां इसलिए गंभीर मानी जाती हैं कि इनमें रोगी को अक्सर संभलने और रोग के निदान का समय नहीं मिलता है। इन बीमारियों में हार्ट अटैक, हार्ट फेल्योर, हार्ट ब्लॉक आदि प्रमुख हैं। दिल की ज्यादातर बीमारियों से बचा जा सकता है अगर कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें। आइये जानते हैं कि किन बातों को अपनाकर आप अपने दिल को रख सकते हैं लंबे समय तक स्वस्थ।
जीवनशैली बदलें
नियमित व्यायाम और स्वस्थ खान-पान के जरिये ही दिल को स्वस्थ रखा जा सकता है। ऐसे आहार का सेवन कीजिए जिसमें मोनोसैचुरेटेड और पॉलीसैचुरेटेड फैट हो, यह शरीर एलडीएल यानी बुरे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम कर दिल को स्वस्थ रखता है। खानपान के अलावा नियमित रूप से व्यायाम दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है। अधिक फास्टफूड, तेल-मसाले और तले-भुने खानों को खाने से बचें।
तनाव से बचें
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी के कारण हर इंसान परेशान नजर आता है। दफ्तर हो या परिवार, इंसान किसी न किसी वजह से तनाव में घिरा रहता है। लेकिन, तनाव आपके हृदय के लिए बिल्कुल अच्छा नहीं। इसलिए तनाव मुक्त रहने की कोशिश करें। तनाव से हमारा ब्लड प्रेशर प्रभावित होता है और ब्लड प्रेशर से हमारा दिल इसलिए दिल के रोगों से अगर दूर रहना है तो तनाव को छोड़ना होगा।
ब्लड प्रेशर पर रखें नजर
ब्लड प्रेशर दिल की परेशानियों की बड़ी वजह है। अगर आपके शरीर में खून अच्छी तरह सभी अंगों में प्रवाहित हो रहा है तो ज्यादातर रोगों की संभावना कम हो जाती है। अपने ब्लड प्रेशर को 120/80 एमएमएचजी के आसपास रखें। ब्लड प्रेशर विशेष रूप से 130/ 90 से ऊपर आपके ब्लॉकेज (अवरोध) को दुगनी रफ्तार से बढ़ाएगा। इसको कम करने के लिए खाने में नमक का कम इस्तेमाल करें और जरुरत पड़े तो हल्की दवाएं लेकर भी ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है।
वजन पर कंट्रोल रखें
वजन बढ़ने से दिल की बीमारियों के साथ-साथ अन्य कई बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है इसलिए अगर आपको स्वस्थ रहना है तो अपना वजन हमेशा कंट्रोल में रखें। आपका बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 25 से नीचे रहना चाहिए। इसकी गणना आप अपने किलोग्राम वजन को मीटर में अपने कद के स्क्वेयर के साथ घटाकर कर सकते हैं। तेल के परहेज और निम्न रेशे वाले अनाजों तथा सलादों के सेवन द्वारा आप अपने वजन को नियंत्रित कर सकते हैं।
फाइबरयुक्त आहार का सेवन करें
स्वस्थ हृदय के लिए फाइबरयुक्त और रेशेदार भोजन का सेवन करें। भोजन में अधिक सलाद, सब्जियों तथा फलों का प्रयोग करें। इसके अलावा ड्राई फ्रूट्स को भी रोज के आहार में शामिल कीजिए। ये आपके भोजन में रेशे और एंटी ऑक्सीडेंट्स के स्रोत हैं और एचडीएल या गुड कोलेस्ट्रोल को बढ़ाने में सहायक होते हैं। इससे आपकी पाचन क्षमता भी अच्छी बनी रहती है।
ब्लड शुगर को न बढ़ने दें
डायबिटीज यानि ब्लड में शुगर की मात्रा भी दिल की बीमारियों की एक बड़ी वजह है। अगर आप डायबिटीज से पीड़ित हैं तो शुगर को नियंत्रण में रखें। आपका फास्टिंग ब्लड शुगर 100 एमजी/ डीएल से नीचे होना चाहिए और खाने के दो घंटे बाद उसे 140 एमजी/ डीएल से नीचे होना चाहिए। व्यायाम, वजन में कमी, भोजन में अधिक रेशा लेकर तथा मीठे भोज्य पदार्थों से बचते हुए डायबिटीज को खतरनाक न बनने दें। अगर जरूरत परे तो हल्की दवाओं का सेवन करना चाहिए।
व्यायाम भी है जरूरी
हृदय रोगों का खतरा कम करने के लिए ज़रूरी है उच्च रक्तचाप, उच्च कॅालेस्ट्राल के स्तर को कम करना, जिससे गंभीर रोगों की संभावना भी कम की जा सके। स्वस्थ हृदय के लिए व्यायाम बेहद बहुत ही आवश्यक है। प्रतिदिन थोड़ी देर टहलकर भी आप अपने वजन को नियंत्रित रख हृदय को स्वस्थ रख सकते हैं। इसलिए जिम जायें, जागिंग करें और जितना हो सके चलने का प्रयास करें।